जनता कर्फ्यू सी मिसाल जरूरी है
ग़ज़ल*प्रेम पथिक
दूर से ही पूछना हालचाल जरूरी है
प्यार में थोड़ा सा अंतराल जरूरी है
कोरोना का कहर जब तक है देश मे
“जनता कर्फ्यू” सी मिसाल जरूरी है
घर से बाहर जाओ या फिर घर आओ
हर बार साबुन का इस्तेमाल जरूरी है
परिवार में बच्चे हो या हो कोई बुजुर्ग
अच्छे से उनकी देख-भाल जरूरी है
रातदिन जो लगे है हिफाजत में हमारी
ताली से उनका इस्तकबाल जरूरी है
मंदिर – मस्जिद से निकल कर ऐ खुदा
बंदों को चंगा कर ये कमाल जरूरी है
सलामत रहेंगे तो फिर मिलेंगे पथिक
एक दूजे का रखना ख्याल जरूरी है
*प्रेम पथिक, उज्जैन (म.प्र)